55वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) का समापन गुरुवार रात गोवा में हुआ, जहां दुनिया भर के सिनेमा का शानदार प्रदर्शन किया गया। इस फिल्म महोत्सव में लिथुआनियाई फिल्म ‘टॉक्सिक’(Toxic), जिसे साउले ब्लीुवाइटे ने लिखा और निर्देशित किया, ने गोल्डन पीकॉक अवार्ड जीतकर सबका ध्यान आकर्षित किया। यह पुरस्कार, जो किसी भी फिल्म महोत्सव का सर्वोच्च सम्मान माना जाता है, इस बार ‘टॉक्सिक’ के हिस्से में आया, जो दो 13 साल की लड़कियों की कहानी पर आधारित है। ये लड़कियां एक मॉडलिंग स्कूल में पढ़ाई करती हैं, जहां उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से अपनी सीमाओं को चुनौती दी जाती है।
विवरण | विवरण |
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फिल्म का नाम | Toxic |
निर्देशक | साउले ब्लीुवाइटे |
लेखक | साउले ब्लीुवाइटे |
शैली | ड्रामा, थ्रिलर |
कास्ट | वेसा मातुलीते, लेवा रुबेइकाइट |
कहानी | यह फिल्म दो 13 साल की लड़कियों की कहानी है जो एक मॉडलिंग स्कूल में पढ़ाई करती हैं। स्कूल का माहौल शारीरिक और मानसिक रूप से उन्हें अपनी सीमाओं तक खींचता है। |
पुरस्कार | गोल्डन पीकॉक अवार्ड (55वें IFFI 2024 में) |
निर्माण स्थान | लिथुआनिया |
मुख्य विषय | मॉडलिंग उद्योग, मानसिक दबाव, शारीरिक सीमाएँ, किशोरों के मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव |
इस फिल्म में शानदार अभिनय के लिए, वेसा मातुलीते और लेवा रुबेइकाइट को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का संयुक्त पुरस्कार प्राप्त हुआ। ‘टॉक्सिक’ को IFFI की अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता श्रेणी में प्रदर्शित किया गया था और यह फिल्म अपनी संवेदनशील कहानी और दमदार प्रदर्शन के लिए पहचानी गई।
IFFI की जूरी की अध्यक्षता मशहूर भारतीय फिल्म निर्माता आशुतोष गोवारिकर ने की, जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता श्रेणी के तहत फिल्में देखी और निर्णायक भूमिका निभाई। समापन समारोह में गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सचिव संजय जाजू, और प्रसिद्ध फिल्म निर्माता रमेश सिप्पी सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।
फिल्म ‘Toxic’ का प्लॉट कुछ इस प्रकार है:
फिल्म ‘Toxic’ दो किशोर लड़कियों, मरिजा और क्रिस्टिना की जटिल और रहस्यमय कहानी है। मरिजा को उसकी माँ ने एक बंजर औद्योगिक शहर में अपनी दादी के पास भेजा है, जहाँ वह अपनी शारीरिक कमजोरी के कारण लगातार तंग की जाती है। वहीं, क्रिस्टिना एक अपूर्ण परिवार से है, और उसका जीवन भी शांत नहीं है। जब इन दोनों की मुलाकात एक मॉडलिंग स्कूल में होती है, तो उनका रिश्ता एक रहस्यमय मोड़ लेता है।
दोनों लड़कियाँ एक दूसरे के साथ मिलकर अपने सपनों को पूरा करने की कोशिश करती हैं, लेकिन उनकी ज़िंदगी में कुछ अजीब घटनाएँ घटने लगती हैं। वे बड़े लड़कों के साथ समय बिताती हैं, और जल्द ही शराब, ड्रग्स और खतरनाक रास्तों पर चलने लगती हैं। परंतु, क्या ये रास्ते उनके सपनों को पूरा कर पाएंगे, या फिर उनके जीवन को और अधिक जटिल बना देंगे?
कहानी में एक बड़ा मोड़ तब आता है, जब मरिजा को अपनी माँ का सामना करना पड़ता है, जो उसे वापस घर ले जाने की कोशिश करती है। लेकिन मरिजा का निर्णय क्या होगा? क्या वह अपने अतीत को छोड़कर नए रास्ते पर आगे बढ़ेगी? यह फिल्म आपको कई सवालों के साथ छोड़ देती है, जिनका जवाब आपको पूरी फिल्म देखकर मिलेगा।
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IFFI 2024 में विभिन्न श्रेणियों में दिए गए पुरस्कारों की जानकारी को संक्षेप में
पुरस्कारों की और भी झलकियां सामने आईं, जैसे कlement Faveau को फ्रांसीसी फिल्म ‘होलि काउ’ में उनके बेहतरीन अभिनय के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (पुरुष) का पुरस्कार मिला। अमेरिकी ड्रामा फिल्म ‘फैमिलियर टच’ को सर्वश्रेष्ठ पदार्पण फीचर फिल्म का पुरस्कार मिला, जिसे सारा फ्राइडलैंड ने लिखा और निर्देशित किया था।
IFFI 2024 में फ्रांसीसी फिल्म ‘होलि काउ’ को विशेष जूरी पुरस्कार भी प्राप्त हुआ। इस महोत्सव में भारतीय फिल्मों के शुरुआती दौर को भी सम्मानित किया गया, और इस साल नई श्रेणी के तहत ‘घरत गणपति’ की निर्देशक नवज्योत बंदीवाडेकर को सर्वश्रेष्ठ भारतीय फीचर फिल्म निर्देशक का पुरस्कार मिला।
OTT श्रेणी में, ‘लंपन’ को सर्वश्रेष्ठ वेब सीरीज का पुरस्कार मिला, जिसे चिन्मय केलकर और निपुण धर्माधिकारी ने निर्देशित किया था।
ऑस्ट्रेलियाई फिल्म निर्माता फिलिप नॉइस को “सत्यजीत रे लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड” से नवाजा गया, जो उनके शानदार और विस्तृत सिनेमाई सफर का सम्मान था। यह पुरस्कार एक सिल्वर पीकॉक मेडल, प्रमाणपत्र, शॉल, स्क्रॉल और नकद पुरस्कार के रूप में दिया गया।
इस महोत्सव ने 75 देशों की 200 से अधिक फिल्मों का प्रदर्शन किया और फिल्म उद्योग के दिग्गजों द्वारा मास्टरक्लास तथा प्रेरणादायक पैनल चर्चाएं आयोजित की गईं। इस प्रकार, 55वां IFFI एक उल्लेखनीय और यादगार अनुभव बनकर समापन की ओर बढ़ा।
पुरस्कार | पुरस्कार प्राप्तकर्ता | उल्लेख |
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सर्वश्रेष्ठ फिल्म | टॉक्सिक | समाजिक और शारीरिक परिप्रेक्ष्य में युवावस्था और जीवन की कठिनाइयों को संवेदनशीलता और सहानुभूति के साथ दिखाने के लिए। |
सर्वश्रेष्ठ निर्देशक | बोगदान मुरेसानू (The New Year That Never Came) | क्रांतिकारी परिवेश में छह कहानियों को बुनकर एक त्रासिकॉमेडी बनाने में सफलता, शानदार निर्माण और अद्वितीय अभिनय के साथ। |
सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (पुरुष) | क्लेमेंट फेवो (Holy Cow) | अपनी अभिनय क्षमता से पूरी प्राकृतिकता के साथ मासूमियत से परिपक्वता की ओर बढ़ते हुए भावनाओं की गहरी समझ। |
विशेष उल्लेख | एडम बेस्सा (Who Do I Belong To?) | बिलाल के रूप में उनकी निष्कलंक और संयमित अदाकारी को जूरी ने विशेष रूप से सराहा। |
सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री (महिला) | वेसा मातुलीते, लेवा रुबेइकाइट (टॉक्सिक) | फिल्म की दो अद्भुत और पहली बार अभिनय कर रही अभिनेत्रियाँ, जिन्होंने शारीरिक और मानसिक सीमाओं को चुनौती दी। |
विशेष जूरी पुरस्कार | लुईस कौरवॉइसियर (Holy Cow) | अपनी पहली फिल्म में एक सार्वभौमिक कहानी प्रस्तुत की, जिसमें एक किशोर को वयस्कता में कदम रखने के लिए मजबूर किया जाता है। |
सर्वश्रेष्ठ पदार्पण फीचर फिल्म निर्देशक | सारा फ्राइडलैंड (Familiar Touch) | अपने फीचर निर्देशन में सारा फ्राइडलैंड ने एक मार्मिक कहानी पेश की, जो जीवन में प्रेम और देखभाल के महत्व को दर्शाती है। |